Nag Panchami 2024 की पूजा करने के पीछे बहोत से रहस्य है, नांग पंचमी की date- इस बार नांग पंचमी शुक्रवार, 9 अगस्त को आरही है| और पूजा मुहूर्त -पूजा मुहूर्त 6 बजकर 01 मिनिट से लेकर 8 बजकर 37 मिनिट तक शुभ मुहूर्त है इस टाइम मे पूजा करना सही होगा, नांग पंचमी वाले दिन नांग की पूजा की जाती है इस दिन सांप को दुध से नहलाया जाता है नांग को दूध पिलाया जाता है, ओर सभी नांग मंदिरों में नांग पंचमी के दिन मंदिर को शुद्ध किया जाता है ओर पूजा की जाती है |
नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त कब से कब तक है? [Naga Panchami Date and Time 2024]
इस बार नांग पंचमी अगस्त में आरही है, ओर वेदिक पंचांग के हिसाब से नांग पंचमी 8 अगस्त को रात 12 बजकर 36 मिनिट से शुरू होगी जो 10 अगस्त रात 3 बजकर 14 मिनिट तक समाप्त होगी, इस बार नांग पंचमी शुक्रवार, 9 अगस्त को है और पूजा मुहूर्त सुबह 6 बजकर 01 मिनिट से लेकर 8 बजकर 37 मिनिट तक रहेगा| इस दिन प्रदोष काल है और प्रदोष काल में नांग पूजा शुभ मानी जाती है |
यह भी पढ़े – पंडित प्रदीप मिश्रा LIVE रुद्राअभिषेक… कैसे करे पूजा ? और ये ले पूजा सामग्री…
नांग पंचमी की पूजा कैसे की जाती है How is Nang Panchami Worshipped
हिन्दू धर्म में नांग पंचमी की पूजा को लेकर बहोत महत्व है, नांग पंचमी की पूजा हर साल की जाती है जहा भी नांग मंदिर होते है वह पर पूजा पाठ किया जाता है और शिव मंदिरों में भी पूजा की जाती है नांग पंचमी वाले दिन सुबह उठ के स्नान करके सफ़ेद कपड़े पहने हो सके जब तक सफेद पहने नई है तो ओर कोई कलर के साफ सुतरे वस्त्र पहने ओर फिर पूजा करने जाए, नांग पंचमी की पूजा करने के लिए पूजा थाली बनाए उसमें कचा दूध, दही, दीपक, जल, सुपारी, जनोई, हल्दी, कुमकुम, पुष्प, और एक चांदी का नांग – नागिन का जोड़ा रख कर पूजा करे –
पूजा विधि –
नांग पंचमी की पूजा के करने के लिए पास के किसी नांग मंदिर या शिव मंदिर [में या घर पर भी कर सकते है] में चले जाए और साफ वस्त्र पहने उसके बाद शुभ मुहूर्त देख कर पूजा थाली बनाए ओर फिर नांग- नागिन का जोड़ा रखे ओर उस पर जल अर्पित करे फिर कचा दूध ओर दही छड़ाए फिर जल से अभिषेक करे उसके बाद जनोई, कुमकुम, सुपारी पुष्प अर्पण करे उसके बाद आशीर्वाद ले, एसे की जाती है हमारे हिन्दू धर्म में नांग पंचमी की पूजा |
हिन्दू धर्म के अनुसार क्यों की जाती है नांग पंचमी की पूजा –
हमारे हिन्दू धर्म में हर देवी देवताओ ओर गंधर्व की पूजा की जाती है साथ ही हर एक वस्तु को भगवान के रूप में देखा जाता है ओर उनकी पूजा की जाती है, हर पूजा के पीछे कुछ पोराणिक रहस्य भी होते है हमारे हिन्दू धर्म में बहोत सी पूजा होती है जिसमें कुछ पूजा गो पूजा, पेड़ – पोधों की पूजा नांग पूजा मिट्ठी पूजा गोवर्धन [ पर्वत ] पूजा, की जाती है, सावन महीने में शिवजी की पूजा का बहोत महत्व माना गया है | ओर सावन महीने की शुक्ल पक्ष पंचमी को नांग पचमी मनाई जाती है कहा जाता है की इस समय धरती पर ज्यादा पानी गिरने से धरती के नीचे तक पानी जाता है ओर नांग धरती की निचले हीसे में पानी भरने से भू स्थल के ऊपर आजते है वो किसी को कोई नुकसान ना पहुचाए इस लिए नांग बाबा की पूजा की जाती है|
नांग पंचमी का महत्व –
नांग पंचमी का हमारे हिन्दू धर्म में बहोत महत्व माना गया है कहा जाता है सावन महीने में शिव की पूजा का बहोत महत्व माना गया है और इसके साथ ही सावन महीने में नांग देवताओ की पूजा करना शुभ माना गया है कहा जाता है की नांग देवी – देवताओ की पूजा करने से घर में सुख शांति मिलती है धन का लाभ होता है|
निस्कर्ष –
इस में हमने जाना की पूजा क्यों की जाती है ओर केसे की जाती है आप सभी ने पढ़ा होगा| इस बार नांग पंचमी पर एक दुर्लभ शनजोग मिल रहा है इस दिन नाग बाबा की पूजा करने से लाभ, सुख शांति ओर धन की प्राप्ति होगी सब 9 अगस्त को मुहूर्त में पूजा पाठ करे |
ये भी पढ़े –